लखनऊ के शायर और अदीब
कुल: 97
जुरअत क़लंदर बख़्श
1748 - 1809
अपनी शायरी में महबूब के साथ मामला-बंदी के मज़मून के लिए मशहूर, नौजवानी में नेत्रहीन हो गए
जलाल लखनवी
1832 - 1909
लखनऊ और रामपूर स्कूल के मिले-जुले रंग में शायरी के लिए माशूहर उत्तर- क्लासिकी शायर